गुरुवार, 18 दिसंबर 2025

क्रांतियों का युग 1830-1848: यूनान, फ्रांस और यूरोप में उथल-पुथल - कक्षा 10 NCERT | The Age of Revolutions in Hindi.

क्रांतियों का युग 1830-1848 

परिचय:

Vienna Congress (1815) ने यूरोप में पुरानी राजशाही व्यवस्था को वापस लाने की कोशिश की थीलेकिन फ्रांसीसी क्रांति के विचार - स्वतंत्रता, समानता और राष्ट्रीय एकता - इतनी आसानी से दबाए नहीं जा सकते थे। 1830 से 1848 के बीच का समय यूरोप में क्रांतियों का दौर था

इस अवधि में पूरे यूरोप में एक के बाद एक क्रांतियां हुईंयूनान ने Ottoman Empire से स्वतंत्रता प्राप्त की, फ्रांस में राजशाही का तख्ता पलटा गया, Belgium एक नया स्वतंत्र देश बना, और 1848 में तो पूरा यूरोप क्रांति की आग में जल उठाइस chapter में हम समझेंगे कि ये क्रांतियां क्यों हुईं, क्या हासिल हुआ और क्या नहीं

 

क्रांतियों का युग 1830-1848

Greek स्वतंत्रता संग्राम (1821-1832)

यूनान की परिस्थिति

15वीं शताब्दी से यूनान (Greece) Ottoman Empire (तुर्की) के अधीन था। 19वीं सदी की शुरुआत में Greeks में स्वतंत्रता की इच्छा तेज होने लगी

Ottoman शासन की समस्याएं:

·       यूनानी लोगों पर भारी कर

·       धार्मिक भेदभाव (Greeks ईसाई, Ottomans मुस्लिम)

·       राजनीतिक अधिकारों की कमी

·       सांस्कृतिक दमन

यूरोप में Greek संस्कृति के प्रति सहानुभूति

18वीं-19वीं सदी के यूरोपीय बुद्धिजीवी प्राचीन Greek सभ्यता को यूरोपीय संस्कृति का उद्गम मानते थेउनके लिए यूनान:

·       लोकतंत्र की जन्मभूमि

·       दर्शन और कला का केंद्र

·       यूरोपीय सभ्यता का पालना

इसलिए जब Greeks ने स्वतंत्रता संग्राम शुरू किया, तो पूरे यूरोप में उनके लिए समर्थन उमड़ा

स्वतंत्रता संग्राम का आरंभ (1821)

1821 में विद्रोह:
Greeks
ने Ottoman शासन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह शुरू कियायह संघर्ष बेहद क्रूर था:

·       Ottoman सेना ने हजारों Greeks को मार डाला

·       द्वीपों पर नरसंहार

·       संपत्ति का विनाश

·       महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार

“यूरोप में राष्ट्रवाद का निर्माण: कुलीन वर्ग, मध्यम वर्ग और उदारवाद – Class 10 History Notes” 

यूरोप की प्रतिक्रिया

1. कवियों और लेखकों का समर्थन:

Lord Byron (ब्रिटिश कवि):

·       Greek स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रसिद्ध समर्थक

·       1824 में Greece गए और लड़ाई में हिस्सा लिया

·       बुखार से वहीं मृत्यु हो गई

·       उनकी मृत्यु ने Greek संघर्ष को और प्रसिद्ध बना दिया

अन्य कलाकार:

·       Percy Shelley ने कविताएं लिखीं

·       Eugene Delacroix ने पेंटिंग्स बनाईं ("The Massacre at Chios")

·       संगीतकारों ने Greek संघर्ष पर रचनाएं बनाईं

2. सार्वजनिक समर्थन:

·       पूरे यूरोप में Greek समर्थन समितियां बनीं

·       धन और हथियार इकट्ठा किए गए

·       स्वयंसेवक Greece लड़ने गए

3. राजनीतिक दबाव:

·       ब्रिटेन, फ्रांस और रूस ने Ottoman Empire पर दबाव बनाया

·       1827 में Navarino के युद्ध में Ottoman-Egyptian बेड़े को हराया

Treaty of Constantinople (1832)

1832 में Constantinople की संधि द्वारा Greece को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता मिली

Greek स्वतंत्रता का महत्व:

पहलू

प्रभाव

राष्ट्रवादी आंदोलनों के लिए

यह साबित हुआ कि राष्ट्रवादी संघर्ष सफल हो सकते हैं

रोमांटिकवाद

संस्कृति और इतिहास राष्ट्रवाद को मजबूत करते हैं

अंतर्राष्ट्रीय समर्थन

जनमत विदेशी नीति को प्रभावित कर सकता है

प्रेरणा

अन्य राष्ट्रों (पोलैंड, इटली) को प्रेरणा मिली


1830 की क्रांतियां

 

France में July Revolution (जुलाई क्रांति, 1830)

पृष्ठभूमि:
1815
में Vienna Congress ने फ्रांस में Bourbon राजवंश को वापस बिठाया था। Louis XVIII के बाद 1824 में Charles X राजा बना

Charles X की समस्याएं:

·       कट्टर रूढ़िवादी विचार

·       Church को ज्यादा अधिकार

·       Press (समाचार पत्रों) पर प्रतिबंध

·       संसद को भंग करना

·       चुनाव में हेराफेरी

विद्रोह (जुलाई 1830):
जब Charles X ने press की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाया और संसद भंग कर दी, तो पेरिस में विद्रोह भड़क गया:

·       पेरिस की सड़कों पर बैरिकेड्स (रोड़े)

·       मजदूरों, छात्रों और मध्यम वर्ग ने मिलकर विद्रोह किया

·       तीन दिनों की लड़ाई ("Three Glorious Days")

·       राजा को भागना पड़ा

परिणाम:

·       Charles X को गद्दी छोड़नी पड़ी

·       Louis Philippe को नया राजा बनाया गया

·       "उदारवादी राजशाही" (Constitutional Monarchy) की स्थापना

·       अधिक press की स्वतंत्रता

·       मध्यम वर्ग को ज्यादा अधिकार

सीमाएं:

·       फिर भी पूर्ण लोकतंत्र नहीं

·       केवल संपत्ति वाले लोगों को वोट

·       मजदूर वर्ग निराश

Belgium की स्वतंत्रता (1830)

पृष्ठभूमि:
Vienna Congress (1815)
ने Belgium को Holland (Netherlands) के साथ मिला दिया थायह "United Kingdom of Netherlands" बना

Belgium और Holland में अंतर:

पहलू

Belgium

Holland

धर्म

Catholic

Protestant

भाषा

French, Flemish

Dutch

अर्थव्यवस्था

उद्योग

व्यापार, कृषि

जनसंख्या

ज्यादा

कम

प्रतिनिधित्व

कम

ज्यादा

असंतोष के कारण:

·       Belgium की बड़ी आबादी के बावजूद संसद में कम सीटें

·       Dutch भाषा को थोपना

·       Catholic Church के खिलाफ कानून

·       आर्थिक नीतियां Belgium के हित में नहीं

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय 

 

विद्रोह (अगस्त 1830):
फ्रांस की July क्रांति से प्रेरित होकर Brussels में विद्रोह शुरू हुआ:

·       ओपेरा हाउस में नाटक के दौरान विद्रोह

·       सड़कों पर प्रदर्शन

·       Dutch सेना के साथ झड़पें

·       Belgian flag (काला, पीला, लाल) फहराया गया

परिणाम:

·       1830 में Belgium एक स्वतंत्र देश बन गया

·       यूरोपीय शक्तियों ने मान्यता दी

·       Constitutional monarchy स्थापित हुई

·       Leopold I पहला Belgium राजा बना

महत्व:

·       छोटे राष्ट्रों की स्वतंत्रता का उदाहरण

·       राष्ट्रीय पहचान की जीत


1848 - क्रांतियों का वर्ष

यूरोप में व्यापक असंतोष

1848 को "क्रांतियों का वर्ष" कहा जाता हैफरवरी से लेकर पूरे साल यूरोप के लगभग हर देश में विद्रोह हुए

क्रांतियों के कारण:

1. आर्थिक संकट:

·       1845-47 में खाद्य संकट

·       आलू की फसल खराब (Ireland में भीषण अकाल)

·       बेरोजगारी बढ़ी

·       रोटी के दाम आसमान छूने लगे

2. राजनीतिक असंतोष:

·       निरंकुश राजशाही

·       संविधान की मांग

·       press की स्वतंत्रता नहीं

·       मताधिकार की कमी

3. राष्ट्रीय भावना:

·       जर्मनी और इटली में एकीकरण की इच्छा

·       ऑस्ट्रिया-Hungary में विभिन्न राष्ट्रीयताओं का संघर्ष

France में February Revolution (1848)

Louis Philippe का शासन:
1830
के बाद Louis Philippe "Citizen King" बना था, लेकिन धीरे-धीरे वह भी रूढ़िवादी हो गया

समस्याएं:

·       मताधिकार सीमित (केवल 2.5 लाख लोग वोट कर सकते थे)

·       भ्रष्टाचार

·       मजदूर वर्ग की उपेक्षा

·       आर्थिक संकट

फरवरी 1848 का विद्रोह:

·       पेरिस में विशाल प्रदर्शन

·       राजा को भागना पड़ा (London)

·       Second Republic की घोषणा

महत्वपूर्ण सुधार:

·       सभी वयस्क पुरुषों को मताधिकार (पहली बार)

·       काम का अधिकार की घोषणा

·       National Workshops (बेरोजगारों के लिए काम)

·       10 घंटे की कार्य-दिवस की मांग

सीमाएं:

·       महिलाओं को मताधिकार नहीं

·       मध्यम वर्ग और मजदूरों में टकराव

·       बाद में Napoleon III की तानाशाही

जर्मनी में क्रांति और Frankfurt Parliament

जर्मनी की स्थिति:
जर्मनी 39 अलग-अलग राज्यों में बंटा थाराष्ट्रवादी एक संयुक्त जर्मन राष्ट्र चाहते थे

मार्च 1848 का विद्रोह:

·       Berlin (Prussia की राजधानी) में बड़े प्रदर्शन

·       King Frederick William IV को concessions देने पड़े

·       संविधान का वादा

·       पूरे जर्मनी में उत्साह

Frankfurt Parliament (मई 1848)

संसद का गठन:

·       मई 1848 में Frankfurt में All-German National Assembly बुलाई गई

·       831 निर्वाचित सदस्य

·       उद्देश्य: एकीकृत जर्मनी के लिए संविधान बनाना

प्रतिनिधि कौन थे?

व्यवसाय

संख्या (लगभग)

वकील और न्यायाधीश

200+

प्रोफेसर और शिक्षक

100+

व्यवसायी

60+

डॉक्टर

50+

लेखक और पत्रकार

40+

किसान

1

मजदूर

0

महत्वपूर्ण तथ्य:

·       सभी मध्यम वर्ग के थे

·       महिलाओं को संसद में प्रवेश नहीं (केवल visitors' gallery में)

·       मजदूर वर्ग का प्रतिनिधित्व शून्य

Frankfurt Parliament के कार्य:

·       मौलिक अधिकारों की घोषणा

·       संविधान का मसौदा तैयार

·       Prussia के राजा को जर्मन सम्राट बनाने का प्रस्ताव

विफलता:

·       Prussia के राजा Frederick William IV ने crown लेने से मना कर दिया

·       सैनिक शक्ति का अभाव

·       विभिन्न राजकुमारों का विरोध

·       मध्यम वर्ग और मजदूरों में एकता की कमी

·       जून 1849 में संसद भंग

अन्य देशों में क्रांतियां (1848)

Austria-Hungary:

·       Vienna में विद्रोह

·       Metternich को भागना पड़ा

·       विभिन्न राष्ट्रीयताओं (Czech, Hungarian, Croatian) ने स्वतंत्रता की मांग

·       अंततः सेना द्वारा दमन

Italy:

·       Milan, Venice, Rome में विद्रोह

·       Austrian शासन के खिलाफ

·       Giuseppe Mazzini ने Roman Republic की घोषणा (1849)

·       अंततः विफल

Poland:

·       Russian, Austrian और Prussian शासन के खिलाफ

·       विद्रोह कुचल दिए गए


1848 की क्रांतियों की विफलता

विफलता के कारण

1. वर्ग संघर्ष:

·       मध्यम वर्ग और मजदूर वर्ग में मतभेद

·       मध्यम वर्ग को मजदूरों के क्रांतिकारी तरीकों से डर

·       एकता की कमी

2. सैनिक शक्ति:

·       रूढ़िवादी सेनाएं मजबूत थीं

·       क्रांतिकारियों के पास संगठित सेना नहीं

·       निर्णायक लड़ाई में हार

3. राष्ट्रीय मतभेद:

·       ऑस्ट्रिया-Hungary में विभिन्न राष्ट्रीयताओं में टकराव

·       एक-दूसरे के खिलाफ इस्तेमाल किए गए

4. नेतृत्व की कमी:

·       स्पष्ट लक्ष्य और रणनीति का अभाव

·       अनुभवी नेताओं की कमी

5. विदेशी हस्तक्षेप:

·       Russia ने Hungary के विद्रोह को कुचला

·       France ने Italian क्रांति को दबाया

 


क्रांतियों के सकारात्मक प्रभाव

हालांकि 1848 की अधिकांश क्रांतियां विफल रहीं, फिर भी महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए:

1. सामंतवाद का अंत:

·       Austria और Prussia में serfdom (दासता) समाप्त

·       किसानों को भूमि के अधिकार

·       सामंती कर और बंधन खत्म

2. संवैधानिक सरकार:

·       कई राज्यों में संविधान लागू हुए

·       संसदीय प्रणाली की शुरुआत

·       राजाओं की शक्तियां सीमित हुईं

3. राजशाही कमजोर:

·       राजाओं को जनता की शक्ति का एहसास हुआ

·       निरंकुश शासन मुश्किल हो गया

4. राष्ट्रवाद मजबूत:

·       राष्ट्रीय एकता का विचार और मजबूत हुआ

·       जर्मनी और इटली के एकीकरण की नींव पड़ी

5. मजदूर आंदोलन:

·       मजदूर वर्ग राजनीतिक शक्ति बना

·       Socialist विचारों का प्रसार


निष्कर्ष

1830 से 1848 का समय यूरोप में उथल-पुथल का दौर था। Greek स्वतंत्रता ने साबित किया कि राष्ट्रवादी आंदोलन सफल हो सकते हैं। 1830 की क्रांतियों ने France और Belgium में बदलाव लाए। और 1848 की क्रांतियों ने पूरे यूरोप को हिला दिया।

हालांकि 1848 की अधिकांश क्रांतियां तुरंत सफल नहीं हुईं, लेकिन इन्होंने पुरानी व्यवस्था को कमजोर कर दिया। राजशाही और सामंतवाद अब पहले जैसे मजबूत नहीं रह गए थे। लोकतंत्र, संविधान और राष्ट्रीय एकता के विचार गहरी जड़ें जमा चुके थे।

अगले दशकों में जर्मनी और इटली का एकीकरण होगा - जहां राष्ट्रवाद अपने चरम पर पहुंचेगा।


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